अखण्ड भारत की प्रस्तावना 
अखण्ड भारत केवल एक भूगोल नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक धारा है। यह विचार हमें याद दिलाता है कि भारत की आत्मा उसकी विविधता, एकता और सांझा परंपराओं में है। प्राचीन काल से लेकर आधुनिक समय तक, यह अवधारणा समाज को जोड़ती रही है।