विवाह का महत्व 
भारतीय समाज में विवाह को जीवन का सबसे महत्वपूर्ण संस्कार माना जाता है। यह दो आत्माओं का ही नहीं बल्कि दो परिवारों का मिलन है। इसमें परंपराएँ, संस्कृति और रिश्तों का गहरा महत्व होता है।
भारतीय समाज में विवाह को जीवन का सबसे महत्वपूर्ण संस्कार माना जाता है। यह दो आत्माओं का ही नहीं बल्कि दो परिवारों का मिलन है। इसमें परंपराएँ, संस्कृति और रिश्तों का गहरा महत्व होता है।
दूल्हा-दुल्हन के शरीर पर हल्दी लगाई जाती है, जिससे शुभता और पवित्रता आती है।
दुल्हन के हाथों में मेहंदी रचाई जाती है, जो प्रेम और सौभाग्य का प्रतीक है।
अग्नि के चारों ओर सात फेरे लेकर दूल्हा-दुल्हन सात वचन देते हैं।
दुल्हन अपने घर से ससुराल जाती है और एक नए जीवन की शुरुआत करती है।
भारतीय समाज में विवाह को जीवन का सबसे महत्वपूर्ण संस्कार माना जाता है। यह दो आत्माओं का ही नहीं बल्कि दो परिवारों का मिलन है। इसमें परंपराएँ, संस्कृति और रिश्तों का गहरा महत्व होता है।